Find your passion: अपने जुनून का पता कैसे लगाए?

जब नौकरी आपकी जरूरतें पूरी करती है, तो माना जाता है कि आप खुश हैं। और ऐसी कल्पना करना भी मुश्किल होता है कि आज नौकरी को अलविदा कहकर अपने जुनून के पीछे लग जाएंगे। 6 साल पहले मेरी जिंदगी इसी दोराहे पर खड़ी थी। जब नौकरी और अपने पैशन में से मुझे एक किसी को चुनना था। लेकिन मैंने अपना निर्णय भावावेश में आकर नहीं लिया। आपको भी खुद से ये 2 सवाल जरूर पूछना चाहिए।
पहला सवाल
कहां खर्च करेंगे समय-पैसा जब भी बात जुनून की होती है, तो सबके मन में सवाल आता है कि मुझे मेरे जुनून के बारे में कैसे पता चलेगा? बहरहाल अपने पैशन का पता लगाने के लिए खुद के अंदर झांकना होता है। 8 साल नौकरी करने के बाद मैंने ‘क्युसा’ नाम का संगठन बनाया। जहां ड्रॉपआउट लोगों को उनके जुनून का पीछा करने में मैं मदद करती हूं। हमारे ग्रुप में हम युवाओं से यही सवाल पूछते हैं, मैं चाहती हूं कि आप भी खुद से ये पूछें कि अगर आपके पास पर्याप्त पैसा और समय हो, तो आप उसे किस तरह खर्च करना चाहेंगे? सुनने में ये साधारण-सा सवाल लगता है लेकिन अधिकांश लोग इसका जवाब देने में असहज हो जाते हैं।
दूसरा सवाल
असली खुशी और संतोष- क्या करके आपको खुशी और संतोष मिलता है? ये सवाल भी आसान नही हैं। क्योंकि हम रोजमर्राकी जिंदगी में इतने उलझे हैं कि अपने अंदर झांकने का समय ही नहीं मिलता। किसी चीज के बारे में जुनूनी होना सफलता की गारंटी नहीं होती। और इस बात को स्वीकार करना चाहिए कि हर तरह के जुनून को कॅरिअर नहीं बनाया जा सकता है। पैशन को कॅरिअर बनाने के लिए अपने हुनर को तराशने की जरूरत होती है। सवाल पूछें कि हमारे अंदर क्या हुनर, क्या अनुभव है। सिर्फ इसी से मतलब नहीं होता कि आप अपने काम से कितना प्यार करते हैं।अगर उसके एवज में कोई आपको भुगतान नहीं करना चाहता, तो वह काम सिर्फ आपकी हॉबी हो सकती है!