जिंदगी के दस सूत्र | Ten principles of life

1• अच्छा स्वास्थ्य :- अगर आपका सेहत पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हैं, तो आप कभी खुश नहीं रह सकते है, बीमारी छोटी हो या बड़ी हो, ये आपकी खुशियां छीन ही लेते हैं।
2• ठीक ठाक बैंक बैलेंस रखना :- अच्छी ज़िंदगी जीने के लिए बहुत अमीर होना ही जरूरी तो नहीं है, लेकिन इतना पैसा बैंक में हो कि आप जब चाहे बाहर खाना खा पाएं, सिनेमा देख पाएं, समुद्र और पहाड़ घूमने जा पाएं, कुछ भी जरूरी के समान खरीद पाए, हेल्थ खराब हो तो हॉस्पिटक जा पाए, तभी आप खुश रह पाएंगे।
3• अपना मकान :- आपका घर चाहे छोटा हो या बड़ा हो, वो आपका ही मकान होना चाहिए, अगर उसमें एक छोटा सुंदर सा बगीचा हो तो आपकी ज़िंदगी बेहद खुशहाल हो सकता है। इसलिए में एक गार्डन होना शुभ माना जाता है।
4• समझदार जीवन साथी :- जिनकी ज़िन्दगी में समझदार जीवन साथी होते हैं, जो एक-दूसरे को ठीक ठाक से समझते हैं, उनकी जिंदगी बेहद खुशहाल हो जाता है, वरना ज़िंदगी में सब कुछ धरा का धरा रह जाता है, हर दिन लड़ाई झगड़ा, घर में कलह फैल जाता है।
5• दूसरों की Achievement से जलना नहीं :- कोई आपसे आगेनिकल जाए, किसी के पास आपसे ज्यादा पैसा हो जाए, कोई कार खरीद ले, कोई बहुत बड़ा मकान बना ले, तो उससे जलना नहीं चाहिए। दूसरों से खुद की तुलना करने से आपकी खुशियां खत्महोने जाएगा।
6• गपशप नहीं करना :- लोगों को गपशप के ज़रिए अपने ऊपर हावी मत होने देना, जब तक आप उनसे छुटकारा पाएंगे, आप बहुत थक चुके होंगे और दूसरों की चुगली-निंदा से आपके दिमाग में कहीं न कहीं ज़हर भर चुका होगा।
7• अच्छी आदत :- कोई न कोई ऐसी हॉबी अपने अंदर लाय, जिसे करने में आपको मज़ा आता हो, जैसे कि, गार्डेनिंग, पढ़ना लिखना, खेलना कूदना, फालतू बातों में समय बर्बाद करना ज़िंदगी के साथ किया जाने वाला सबसे बड़ा अपराध है। कुछ न कुछ ऐसा करते रहना चाहिए।
8• मेडिटेशन :- रोज सुबह कम से कम दस मिनट Meditation करना चाहिए। ये दस मिनट आपको अपने ऊपर खर्च करने चाहिए। इसी तरह शाम को भी कुछ वक्त मेडिटेशन करे।
9• क्रोध से बचना :- कभी अपना गुस्सा जाहिर न करें। जब कभीआपको लगे कि आपका दोस्त आपके साथ तल्ख हो रहा है, तो आप उस वक्त उससे दूर हो जाएं, बजाय इसके कि आप उसका हिसाब-किताब करने पर तुल जाएं।
10• अंतिम समय :- जब यमराज दस्तक दें, तो बिना किसी दुख, शोक या अफसोस के उनके साथ चले जाना चाहिए, अंतिम यात्रा पर, खुशी-खुशी से। शोक, मोह के बंधन से मुक्त हो कर जो यहां से निकल जाता है, उसका जीवन सफल होता है! और उसको मुक्ति मिल जाता है।