
पोषक आहार की कमी भी उदासी का एक कारण है।
हमारे भोजन का प्रभाव न केवल हमारे शारीरिक
स्वास्थ्य पर पड़ता है!
बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है!
इसलिए सदैव पौष्टिक भोजन करें!
अन्य, हरी सब्जियों, फलों
का प्रयोग अपने भोजन में प्रचुर मात्र में करें।
अगर आप किसी समस्या से परेशान हैं!
तो उदास होने की बजाय उस
समस्या का समाधान सचेष्टता व सतर्कता से करें।
नकारात्मक विचार आपको और भी उदास कर देंगे!
इसलिए हमेशा सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं।
जो व्यक्ति अकेला रहना पसंद करते
हैं! उन्हें उदासी की बीमारी घेरे रहती
है इसलिए एकाकी जीवन का त्याग
करें। अपने सामाजिक दायरे को
बढ़ाएं। अच्छे मित्र बनाएं। मित्रों
के साथ अपने दुख सुख बांटे।
कोई समस्या आने पर उनसे सलाह लें।
अधिक दवाइयों का सेवन भी उदासी
का कारण हो सकता है, इसलिए
अधिक दवाइयां न लें ।
आसन या व्यायाम करें। आसन शरीर
की रक्तवाहिनी नसों, हृदय,
आमाशय और मांसपेशियों की क्रि
याओं का कार्य सुधारते हैं। इसके
अतिरिक्त इन्हें करने अतिरिक्त
इन्हें करने से अधिक से अधिक
आक्सीजन भी प्राप्त होती है।
उदासी आने पर अपना ध्यान टेलीविजन
या किसी और मनोरंजक कार्य पर
केन्द्रित करें। इससे ध्यान बंटेगा
व आप उदासी के कारण के विषय में कम सोचेंगे।
उदासी दूर भगाने के लिए अपने को व्यस्त रखें ।
व्यस्तता आपकी उदासी को दूर भगाएगी ।
व्यस्त रहने के लिए जरूरी नहीं कि आप थकान
वाले काम करें।
कोई भी आसान कार्य जैसे पत्र लिखें!
घूमने जाए, टीवी देखें, डायरी लिखे जिससे
आपको तनाव न हो।